जिले के नौबस्ता एरिया में स्थित जेपी नगर में कारखाना के गेट पर धरने पर बैठे श्रमिक, सीटू ने श्रमायुक्त को ज्ञापन देकर तत्काल न्याय दिलाने उठाई मांग
रीवा. जिले में स्थित जेपी प्लांट के हाईटेक कास्टिंग सेंटर पर मंगलवार को ताला जड़ दिया। जिससे 300 से ज्यादा मजदूर बेरोजगार हो गए। मजदूरों को इसकी जानकारी तब हुई जब वह मंगलवार की सुबह आठ बजे काम पर पहुंचे तो गेट पर ताला लटक रहा था। गेट पर जेपी प्रबंधन के अधिकारियों ने मजदूरों से कहा है कि संस्थान को कई सालों से घाटा हो रहा है। इसलिए इकाई बंद कर दी गई। इकाई बंद करने का सीटू ने विरोध किया है। मामले को लेकर मंगलवार को सीटू ने विरोध करते हुए मजदूरों के साथ श्रमायुक्त को ज्ञापन देकर तत्काल न्याय दिलाने की मांग उठाई है। प्रबंधन को चेताया है कि श्रमिकों को न्याय नहीं मिला तो आंदोलन होगा।
सीटू पदाधिकारियों ने श्रमायुक्त को सौंपा ज्ञापन
मंगलवार को सीटू पदािधकारियों ने सैकड़ों श्रमिकों के साथ श्रमायुक्त को ज्ञापन देकर कहा है कि जेपी प्रबंधक ने बगैर सूचना दिए कास्टिंग सेंटर पर 4 फरवरी को ताला जड़ दिया। ज्ञापन में बताया है कि जेपी ग्रुप के द्वारा नौबस्ता स्थित जेपी नगर में हाईटेक कास्टिंग सेंटर इकाई में दस साल से मजदूर काम कर रहे थे, जिसमें लगभग 150 श्रमिक रेगुलर हैं। इसके अलावा 150 की ही संख्या में ठेके पर कार्यरत हैं। इकाई बंद करने से पहले न तो श्रमिकों को और न ही किसी श्रमिक संगठन व शासन प्रशासन को सूचना दी गई। बगैर सूचना इकाई में ताला जड़ दिया गया। सीटू यूनियन के पदाधिकारियों ने श्रमायुक्त को यह भी बताया कि जेपी प्रबंधन मजदूरों को गुमराह कर रहा है।
तीन फरवरी को ही दी थी निकाले की धमकी
3 फरवरी को प्रबंधन के द्वारा कई श्रमिकों को बुलाकर बताया था कि संस्थान को कई साल से घाटा हो रहा है। इसलिए मजदूरों की छटनी होगी। मजदूरों ने प्रबंधन के इस निर्णय का विरोध किया गया। चार फरवरी की सुबह आठ बजे रोज की तरह काम पर पहुंचे तो गेट पर ताला लगा रहा। गेट पर ताला देख सैकड़ों की संख्या में श्रमिक एकत्रित हो गए। गेट के सामने ही धरने पर बैठ गए हैं। श्रमिकों के समर्थन में सीटू ने प्रबंधन के निर्णय का विरोध किया है। इंजीनियरिंग एवं फाउंड्री मजदूर एकता यूनियन सीटू के महासचिव सीवी ठाकुर की अगुवाई में सीटू पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि श्रमिकों को तत्काल न्याय नहीं मिला तो आंदोलन करेंगे।
श्रमिकों को पहले दिया गया था नोटिस
उधर कंपनी प्रबंधन का कहना है कि जेपी हाईटेक कास्टिंग सेंटर सालों से लगातार घाटे में चल रहा था। जिसके चलते श्रमिकों की छटनी के अलावा उनके पास और कोई विकल्प नहीं बचा था। बताया कि श्रमिकों को नियमानुसार तीन महीने का छटनी नोटिस दिया गया है। साथ ही नोटिस की अवधि पूरा होने पर छटनी मुआवजा देने का पूरा प्रावधान किया है। रिपोटर चन्दन रंजन सतना
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